नागरिकता संशोधन कानूनः पुलिस ने गृह मंत्रालय से कहा- फोर्स की कमी से हिंसा बढ़ी उत्तर-पूर्वी दिल्ली में तीन दिन हुई हिंसा में 20 की मौत


नई दिल्ली,एजेंसी। उत्तर-पूर्वी दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के मुद्दे पर लगातार तीन दिन हुई हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है। 200 से ज्यादा लोग जख्मी हैं, इनमें से 70 को गोली लगी है। इससे पहले मंगलवार को मौजपुर, जाफराबाद और भजनपुरा समेत आसपास के इलाकों में उपद्रवियों ने खुलेआम फायरिंग की। हिंसा दो समुदायों के बीच तनाव में बदल गई। दिनभर सड़कों पर गुरिल्ला वॉर चलता रहा और पुलिस बेबस नजर आई। इतना ही नहीं दंगाइयों ने करावल नगर में अर्धसैनिक बलों पर एडिस फेंका, जिसमें 2 जवान जख्मी हो गए। इसके बाद हिंसाग्रस्त इलाकों में दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए। इस बीच दिल्ली के हालात को लेकर गृहमंत्री अमित शाह ने 24 घंटे से भी कम समय में तीसरी बार पुलिस और गृह मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बैठक की। मंगलवार रात को करीब 3 घंटे तकचली इस बैठक में दिल्ली पुलिस के नवनियक्त स्पेशल कमिश्नर एस.एन. श्रीवास्तव भी शामिल हुए। बैठक के बाद एनएसए अजित डोभाल हालात का जायजा लेने के लिए सीलमपुर पहुंच गए। वहीं, शाह ने अपना तिरुअनंतपुरम का दौरा भी रद्द कर दिया। 


नई दिल्ली. उत्तर-पूर्वी दिल्ली में सीएए विरोधी हिंसा में बुधवार सबह तक लोगों की मौत हो गई. 25 जख्मी हैं।न्यज एजेंसी के मुताबिक, अब हालात काब करने की जिम्मेदारी एनएसए अजीत डोभाल संभालेंगे। वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कैबिनेट को रिपोर्ट करेंगे। आज मोदी कैबिनेट की मीटिंग भी होगी। अमित शाह इसमें दिल्ली के हालात पर रिपोर्ट पेश करेंगे। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा- हिंसा प्रभावित इलाकों में सेना तैनात की जाए। दूसरी तरफ, मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात 12.30 बजे एक वकील की याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट ने सुनवाई की। मुस्तफाबाद हिंसा में घायल लोगों को यहां के अल हिंद अस्पताल से किसी बड़े हॉस्पिटल शिफ्ट करने के आदेश दिए। गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार सुबह शाहदरा हिंसा में घायल डीसीपी अमित शर्मा के परिवार से फोन पर बातचीत की। शाह ने शर्मा की सेहत के बारे में उनके परिजनों से जानकारी ली।


पुलिस से स्टेटस रिपोर्ट तलब तलब  नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर टकराव के कारण हुई हिंसा मामले में दिल्ली हाई कोर्ट में आधी रात को सुनवाई हुई। जस्टिस एस. मुरलीधर के घर पर मंगलवार देर रात हुई सुनवाई में हाई कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को मुस्तफाबाद के एक अस्पताल से एंबुलेंस को सुरक्षित रास्ता और मरीजों को सरकारी अस्पताल में शिफ्ट करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही स्टेटस रिपोर्ट तलब की। दोपहर 2.15 फिर से सुनवाई होगी। दिल्ली हिंसा मामले में राहुल रॉय ने याचिका दाखिल की थी। इस याचिका की पैरवी वरिष्ठ वकील सुरूर मंडेर और चिरायू जैन कर रहे थे। अपने फैसले में जस्टिस एस. मुरलीधर ने कहा कि दिल्ली हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस जीएस सिस्तानी बाहर हैं। मामला काफी गंभीर है और घायलों को इलाज नहीं मिल पा रहा है। इस वजह से मामले की आधी रात सुनवाई की जा रही है।


दिल्ली हिंसा में घायलों को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट करने का आदेश 


नई दिल्ली। दिल्ली के उत्तर-पूर्वी इलाके में हुई हिंसा में घायलों के लिए सुरक्षित रास्ता देने की मांग करने वाली याचिका पर आधी रात को दिल्ली हाईकोर्ट के न्यायाधीशों जस्टिस एस. मुरलीधर और अनूप जे. भम्भानी ने सुनवाई की। आधी रात 12.30 बजे न्यायमूर्ति एस. मुरलीधर के आवास पर मीटिंग हुई। पीठ ने दिल्ली पुलिस को सभी संसाधनों को उपलब्ध कराके घायलों के लिए सुरक्षित मार्ग सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है, साथ ही उन्हें तत्काल इमरजेंसी उपचार मिलना सुनिश्चित कराने के लिए भी कहा। अदालत ने दिल्ली पुलिस को निर्देश दिया है कि वह अनुपालन के संबंध में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करे, जिसमें घायल लोगों के बारे में जानकारी और उन्हें दिए जाने वाले उपचार शामिल हैं। मामले की सुनवाई बुधवार दोपहर 2.15 बजे होगी।


अमित शाह देंगे कैबिनेट को जानकारी  न्यूज एजेंसी के मुताबिक, बुधवार को प्रधामंत्री मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट मीटिंग होगी। इसमें गृहमंत्री अमित शाह कैबिनेट को दिल्ली के हालात से अवगत कराएंगे। इस दौरान दिल्ली पुलिस की रणनीति पर भी चर्चा होगी। एसएन. श्रीवास्तव को दिल्ली पुलिस का स्पेशल कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर) बनाया गया है। माना जा रहा है कि वे ही दिल्ली के अगले पुलिस मुखिया होंगे। वर्तमान पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक को एक महीने का एक्सटेंशन दिया गया था। यह 29 फरवरी को समाप्त हो रहा है। श्रीवास्तव दिल्ली में लंबे वक्त विभिन्न पदों पर तैनात रहे हैं।