पीएससी विवाद : सीएम ने दिए जांच के आदेश


विशेश संवाददाता,भोपाल। शिवराज सिंह चौहान ने भी प्रश्न पत्र एमपीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा में तैयार करने वाले के खिलाफ कार्रवाई की भील समाज को आपराधिक प्रवृत्ति का बात कही है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज बताए जाने को लेकर प्रदेश सरकार ने सिंह चौहान ने ट्वीट कर सरकार से जांच के आदेश दे दिए हैं। मामले में पीएससी की परीक्षा में भील जनजाति को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा लेकर की टिप्पणी को आदिवासी समाज एमपीपीएससी परीक्षा को लेकर का अपमान बताया है। उन्होंने कहा कि काफी शिकायतें आईं हैं और दोषियों को यह निंदनीय है। उन्होंने कहा कि जिसने दंड मिलना चाहिए। वहीं विधायक डॉ. यह प्रश्न पत्र बनाया है, यह उसके विचार हीरालाल अलावा ने मुख्यमंत्री से है और उसके खिलाफ कार्रवाई की जाना पीएससी के अध्यक्ष भास्कर चौबे तथा चाहिए। यह अंश जिस पुस्तक से लिए सचिव रेणु पंत को बर्खास्त कर एससी- गए हैं, उस पुस्तक पर प्रतिबंध लगाया एसटी एक्ट में मामला दर्ज करने की मांग जाना चाहिए। साथ ही उस पुस्तक के कर दी है। उधर मामले में पूर्व मुख्यमंत्री लेखक पर भी कार्रवाई की जाना चाहिए। आपत्तिजनक सवाल पर बोले- यह नहीं खत्म किया है। जनता को न्याय जिम्मेदाराना, तथ्यहीन व निंदनीय होना चाहिए था। यह गलती कैसे हो गई, दिलवाया है। अब विपक्ष के नेताओं के बताया। इस मामले में उन्होंने कहा है कि मैं पता करवाता हूं। मैं खुद अनुसूचित __बयान उनकी बौखलाहट दर्शा रहे हैं। सरकार जिम्मेदार लोगों तथा अधिकारियों जाति से हूं। उन्होंने कहा कि विपक्ष के बच्चन ने कहा कि प्रदेश में की भूमिका की जांच कर कड़ी दंडात्मक बयान उनकी बौखलाहट को दर्शा रहे हैं। पुलिसकर्मियों को अवकाश देना शुरू कार्रवाई करेगी। ओझा ने कहा कि हमारी सरकार हर मोर्चे पर बेहतर कार्य कर दिया है। इसमें शुरुआत में कुछ स्वाधीनता संग्राम में बिरसा मुंडा, टंट्या कर रही है। आम आदमी को राहत मिल दिक्कत आ रही है लेकिन जल्द ही सब भील और वीर नारायण सिंह जैसे रही है। बाला बच्चन ने कहा कि सीएए व्यवस्थित हो जाएगा। कभी जरूरत के ___ आदिवासी महानायकों के योगदान को पर हमारी पार्टी संसद में बयान दे चुकी समय अचानक अवकाश निरस्त करना ___ भुलाया नहीं जा सकता।मध्य प्रदेश लोक है। इसके अलावा सोनिया गांधी, पड़ता है लेकिन पुलिस की ड्यूटी में यह सेवा आयोग द्वारा 12 जनवरी 2020 मुख्यमंत्री कमलनाथ भी पार्टी का पक्ष चलता रहता है। मप्र कांग्रेस कमेटी की __ को आयोजित मध्यप्रदेश राज्य सेवा रख चुके हैं। हमारी सरकार ने प्रदेश में मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा परीक्षा 2019 के प्रारंभिक परीक्षा में भील बढ़िया कार्रवाई की है। जो प्रदेश ने पीएससी परीक्षा में भील समुदाय के जनजाति के संबंध में पूछे गए प्रश्नों को अपराधियों का गढ़ बन चुका था, उसे संदर्भ में पूछे गए प्रश्न को पूरी तरह गैर लेकर मुझे काफ़ी शिकायतें प्राप्त हुई है। वहीं इंदौर में प्रदेश के गृहमंत्री बाला बच्चन पीएससी परीक्षा में भील जाति पर