भोपाल। मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा में भील आदिवासी समाज को अपमानित करने वाली सामग्री के विरोध में मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी ने आदिवासी अंचल के धार, झाबुआ, बडवानी, खरगौन और अलीराजपुर जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन कर कलेक्टर को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपकर मुख्यमंत्री कमलनाथ से भील आदिवासियों से माफी मांगने की बात कही। धार में प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमती रंजना बघेल, खरगौन में अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद गजेन्द्र पटेल, झाबुआ में जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा एवं बडवानी एवं अलीराजपुर में जनजाति नेताओं के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। धार में ज्ञापन सौंपते हुए श्रीमती रंजना बघेल ने कहा कि मध्यप्रदेश लोकसेवा आयोग के प्रश्न पत्र में भील जनजाति समाज को अपमानित करने का दुस्साहस किया है। उन्होंने कहा कि जनजाति समाज में इस बात को लेकर आक्रोश है। मुख्यमंत्री कमलनाथ को भील समाज से माफी मांगना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस कृत्य के लिए लोक सेवा आयोग के संबंधित अधिकारियों के विरूद्ध कठोरतम कार्यवाही करे ताकि भविष्य में कोई भी आदिवासी जनजाति का अपमान न कर सके। खरगौन में गजेन्द्र पटेल ने कहा कि भील आदिवासियों का आजादी के संघर्ष में बडा योगदान रहा है। टंट्या भील जनजाति समुदाय के आदर्श और श्रद्धा के केन्द्र है। उसी भील समाज को लेकर लोकसेवा आयोग की परीक्षा में अपमानजनक सामग्री प्रकाशित करना निदंनीय है। उन्होंने बताया कि भील समाज को अपराधी और शराबी बताना संपूर्ण जनजाति समाज का अपमान है। प्रदेश के आदिवासियों में आक्रोश है। उन्होंने कहा कि सरकार इस मसले पर जांच करने के बजाए तत्काल कार्यवाही करे और मुख्यमंत्री कमलनाथ सार्वजनिक तौर पर जनजाति समुदाय से माफी मांगे।
मुख्यमंत्री जांच के बजाए आदिवासियों से माफी मांगकर कठोर कार्यवाही करे