नई दिल्ली, एजेंसी। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अमेरिका के पूर्व डिप्लोमैट निकोलस बस से चर्चा की। राहुल ने कहा कि समाज को बांटने से देश कमजोर होता है, लेकिन ऐसा करने वाले खुद को राष्ट्रवादी बताते हैं। राहुल ने कहा कि अगर अमेरिका में अफ्रीकनअमेरिकन, मैक्सिकन और दूसरे देशों के लोगों को बांटा जाए और भारत में हिंदू, मुस्लिम और सिखों को बांटा जाए तो आप देश के स्ट्रक्चर को कमजोर करते हैं। बन्स ने कहा कि भारत और अमेरिका दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्र हैं। हमारे सैन्य संबंध मजबूत हुए हैं। दोनों को एक-दूसरे से देश कमजोर के लिए अपने दरवाजे खुले रखने चाहिए।बर्नुस अभीहार्वर्ड यूनिवर्सिटी में डिप्लोमैसी एंड इंटरनेशनल रिलेशंस के प्रोफेसर हैं। कोरोना पर मिलकर काम नहीं किया अगर भविष्य में कोई महामारी आए तो दोनों देश मिलकर अपने गरीबों के लिए काफी कुछ कर सकते हैं। कोरोना संकट में मोदी, ट्रम्प और शी जिनपिंग के पास मिलकर काम करने का मौका था। मुझे लगता है कि अगला संकट आएगा तो बेहतर काम की उम्मीद की जा सकती है। हम चीन के साथ संघर्ष नहीं चाहते। हम खुद को चीन से अलग नहीं रख सकते। मैं बिना हिंसा के सहयोगी तरीके से कॉम्पिटीशन के पक्ष में हूं। भारत में पहली