मुख्यमंत्री चौहान ने पूरी टीम को बैठक में दी बधाई
भोपाल, संवाददाता मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री है कि गेहूँ उर्पाजन में पूरे देश में नंबर वन डॉ. नरोत्तम मिश्रा, जल संसाधन मंत्री आना सरकार और किसानों के लिये गौरव तुलसीराम सिलावट, किसान कल्याण की बात है। कोरोना संकट के चलते इससे तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल तथा न केवल किसानों को बड़ी मदद मिली है खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता अपितु प्रदेश की अर्थव्यवस्था भी संरक्षण सहकारिता मंत्री गोविंद सिंह गतिशील हुई है। प्रदेश में काफी कम राजपूत, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, समय में रिकार्ड मात्रा में गेहूँ का उपार्जन प्रमुख सचिव खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं बड़ी उपलब्धि है। मध्यप्रदेश पहली बार उपभोक्ता संरक्षण शिवशेखर शुक्ला, गेहूँ उपार्जन में पंजाब से आगे निकला है। प्रमुख सचिव जनसंपर्क अनुपम राजन कि वहाँ के सिस्टम का विस्तृत अध्ययन इसके लिए खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति आदि उपस्थित थे। बैठक में बताया गया किया जाए तथा वहाँ की बेस्ट प्रेक्टिसेस विभाग सहित सभी संबंधित विभाग तथा कि पंजाब में गेहूं उपार्जन का कार्य को अपनाया जाए। मुख्यमंत्री चौहान ने पूरी टीम बधाई के पात्र हैं। मुख्यमंत्री प्रायवेट आड़तियों के माध्यम से किया निर्देश दिए कि परिवहन से शेष गेहूँ का चौहान आज मंत्रालय में गेहूँ उपार्जन कार्य जाता है। मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए शीघ्र परिवहन कर उसे भंडार गृहों तक पहुंचाया जाए। बताया गया कि खरीदे गए गेहूँ की 95 प्रतिशत से अधिक मात्रा का परिवहन कर लिया गया है, शेष का जारी है। मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि इस बार उपार्जन की एक विशेषता यह भी रही कि गत वर्षों की तुलना में काफी अधिक 15 लाख 72 हजार किसानों ने अपना संख्या में लघु एवं सीमांत किसानों ने गेहूँ बेचा, जिनमें 5 लाख 4 हजार सीमांत समर्थन मूल्य पर अपना गेहूँ बेचा। किसान एवं 3 लाख 8 हजार लघु किसान उपार्जन के लिए पंजीकृत किसानों में से शामिल थे
अभी तक 127 लाख 81 हजार एम.टी. गेहूँ की खरीदी
प्रमुख सचिव शिवशेखर शुक्ला ने बताया कि गेहूं उपार्जन में मध्यप्रदेश देश में पहले स्थान पर है। मध्यप्रदेश में अभी तक 127 लाख 81 हजार मैट्रिक टन गेहूँ का उपार्जन किया गया है। पंजाब दूसरे स्थान पर है, जहाँ अभी तक 127 लाख 67 हजार एम.टी. गेहूँ का उपार्जन हुआ है। देश के सभी राज्यों द्वारा कुल उपार्जित गेहूँ का लगभग 33.03 प्रतिशत मध्यप्रदेश में उपार्जन किया गया है। पिछले वर्ष मध्यप्रदेश में 73.69 लाख मैट्रिक टन गेहूँ का उपार्जन समर्थन मूल्य पर किया गया था।।