नगर संवाददाता,भोपाल। राजधानी की आईएसओ प्रमाणित भोपाल सेंट्रल जेल में सोमवार सुबह कैदियों के दो गुटों के बीच खूनी संघर्ष हो गया। लोहे की पत्तर को घिसकर चाकूनुमा बनाकर तथा डंडों से किया गया है। जिससे दस कैदी जख्मी हुए हैं। दोनों गुटों के बीच गैंगवार कराने का आरोप कुख्यात बदमाश जुबेर उर्फ मौलाना पर लगा है। विवाद का कारण बदमाश यासीन उर्फ मजिस्ट्रेट और जुबेर के बीच लड़की को लेकर चल रही पुरानी रंजिश बताई जा रही है। गांधी नगर पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत पर प्रकरण दर्ज कर लिए हैं। गांधी नगर पुलिस के अनुसार जेल के विचाराधीन बंदी वार्ड क्रमांक पांच में बदमाश मुन्ना उर्फ शाहिद, उसका बड़ा भाई यासीन उर्फ मजिस्ट्रेट साथी गीता प्रसाद और फैज उद्दीन बंद हैं। सूत्रों के अनुसार, सोमवार सुबह करीब साढ़े 11 बजे आरोपी कैदी दानिश, दीपक उर्फ दीपू, शाहिद उर्फ राजा, रवि,शाहरुख, मोहम्मद अरबाज उर्फ राजा ने चारों कैदियों पर उनके वार्ड में घुसकर जानलेवा हमला कर दिया।
लोहे की पत्तरों से बनाया धारदार हथियार
आरोपियों के पास जेल की झाड़ियों से तोड़े गए डंडे तथा बाथरूम के गेट तोड़कर निकाली गई लोहे की पत्तरों से धार लगे हथियार थे। अचानक हुए हमले में यासीन की आंख तथा सिर में गंभीर चोट आई हैं। उसके भाई मन्ना के गले तथा पीठ में चोट आई है। दोनों साथियों के हाथ और सीने में गंभीर वार किए गए हैं। हमले के चंद मिनटों बाद जवाबी हमले में यासीन व तीनों साथियों ने सभी 6 आरोपियों पर उन्ही के हथियार छीनकर हमला किया। जिससे सभी 6 हमलावरों को मामूली चोटे आई हैं। गंभीर घायल यासीन, मन्ना व उनके दोनों साथियों को जेल के ही अस्पताल वार्ड में भर्ती किया गया है।
लड़की को लेकर विवाद
यासीन ने जेल में दिए लिखित शिकायती आवेदन में बदमाश जुबेर मौलाना पर हमला कराने का आरोप लगाया है। दोनों के बीच एक लड़की को लेकर पूर्व से विवाद चला आ रहा है। वहीं जेल में हुई इस घटना के बाद जेल की इंटेलीजेंस और कैदियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े होने लगे हैं। जेल सूत्रों की माने तो तीन माह के भीतर कैदियों के बीच हुई यह तीसरी बड़ी गैंगवार है।