नगर संवाददाता,भोपाल। संस्कृति विभाग की मप्र सिंधी साहित्य अकादमी ने वरिष्ठ साहित्यकार और साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्त लेखक स्व. कृष्ण खटवाणी ,इंदौर( 1927-2008) की स्मृति में कार्यक्रम किया जिसमें स्व.कृष्ण खटवाणी रचित साहित्य पर रश्मि रामानी, अशोक मनवानी ,हर्षा मूलचंदानी, देव अर्जवानी ने शोधपत्र पढ़े गए। स्व. खटवाणी के सुपुत्र श्याम खटवाणी और बहू श्रीमती करुणा बैनर्जी खटवानी ने भी दादा खटवानी के जीवन की प्रमुख घटनाओं , उनके विचारों और जीवन शैली की जानकारी देते हुए संस्मरण साझा किए। वक्ताओं ने कहा कि स्वतंत्रता और देश विभाजन के पूर्व कराची से कलकत्ता आकर शांति निकेतन में शिक्षित कृष्ण खटवाणी संवेदनशील साहित्यकार थे। उनके जीवन और साहित्य पर टैगोर का गहरा प्रभाव था।उनकी रचनाओं में विस्थापित समाज की वेदना और मानवीय भावनाओं का बारीक चित्रण मिलता है। भावनाओं की हृदय स्पर्शी अभिव्यक्ति उनके प्रसिद्ध उपन्यास स्मृति एक प्रेम की में मिलती है। इस कृति पर 1980 में साहित्य अकादमी ने उन्हें पुरस्कृत किया। इंदौर की सिंधी सूरमियूं संस्था के सहयोग से हुए इस कार्यक्रम में गीत गाएं और कवि गोष्ठी भी हुई।संयोजक चुन्नीलाल वाधवानी ने अतिथियों का स्वागत किया।अकादमी के निदेशक नरेश गिदवानी ने आभार व्यक्त किया। वरिष्ठ सिन्धी लेखक गोप गोलानी, अमर गोपलानी सहित अनेक साहित्य प्रेमी कार्यक्रम में उपस्थित थे |
कृष्ण खटवाणी के साहित्य क्षेत्र में योगदान पर हुआ कार्यक्रम