इन्दौर, संवाददाता। शासन के निर्देशों के परिपालन में जिला कलेक्टर श्री लोकेश कुमार जाटव के निर्देशानुसार जिला पंचायत सीईओ श्रीमती नेहा मीणा की अध्यक्षता में डीएलसीसी अर्थात डिस्ट्रिक्ट लेवल बैंकर्स कोऑर्डिनेशन कमिटी की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में आरबीआई से श्री सौरभ शर्मा, नाबार्ड से श्री दीपक घोपड़े, एलडीएम श्री आरके जैन एवं जिले में संचालित विभिन्न बैंकों के प्रतिनिधि मौजूद थे। डीएलसीसी का मुख्य उद्देश्य जिले को शत-प्रतिशत डिजिटल बनाने की कार्य योजना बनाना था। उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश राज्य से इन्दौर एवं बैतूल जिले का चयन किया गया है। जहां अक्टूबर माह तक शत प्रतिशत डिजिटल ट्रांजैक्शन करना सुनिश्चित किया जाना है। इस प्रक्रिया में शहर के लोगों, व्यापारियों द्वारा सेविंग्स बैंक अकाउंट, करंट अकाउंट का उपयोग नेट बैंकिंग अथवा मोबाइल बैंकिंग के माध्यम से करना, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, करना एवं पीओएस अर्थात पॉइंट क्यूआर कोड स्कैनिंग, यूपीआई ऑफ सेल के माध्यम से डिजिटल (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) का प्रयोग लिंकेज और पेनिट्रेशन का अध्ययन किया जाएगा। जिला पंचायत सीईओ श्रीमती नेहा मीणा ने बताया कि इस प्रक्रिया में ज्यादा से ज्यादा लोगों को शामिल करने एवं उन्हें डिजिटल सेवाओं के प्रशिक्षण देने के लिए विशेषत- ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की सहायता ली जा सकती है। उन्होंने बताया कि वर्तमान समय की एसएचजी की महिलाएं पढ़ी-लिखी एवं सक्षम है। वे यह काम सुचारु रुप से करने में समर्थ है। श्रीमती मीणा ने बताया कि जिले में शहरी क्षेत्रों में वार्ड वार एवं ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम पंचायत वार डाटा संकलन का कार्य किया जाएगा। जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि ऐसे कितने व्यक्ति हैं जिनका किसी ना किसी बैंक में अकाउंट है एवं कितने व्यक्ति हैं जो फाइनेंशियल्स इंक्लूजन अथवा वित्तीय समावेश से छूट रहे हैं। इस डाटा के आधार पर छूटे हुए लोगों को बैंकिंग सर्विस से जोड़ने में मददमिलेगी
शहर के सभी बैंकर्स जुड़े एक साथ टाइम बाउंड मैनर में मिलकर करेंगे काम सबसे स्वच्छ शहर बनने के बाद अब छिड़ी शत प्रतिशत डिजिटल बनने की मुहिम