पुणे । दलित नेता प्रकाश आंबेडकर ने दावा किया कि कुछ लोगों की मंशा कोरेगांव भीमा के संघर्ष की 202वीं बरसी के मौके पर दंगा भड़काकर राजनीतिक फायदा लेने की थी लेकिन नयी सरकार ने उनके इरादों को नाकाम कर दिया। कड़ी सुरक्षा के बीच ऐतिहासिक संघर्ष की वर्षगांठ के मौके पर महाराष्ट्र के पुणे जिले के पेरने गांव में बधवार को जयस्तंभ पर लाखों लोगों ने श्रद्धांजलि दी। दलित इस स्मारक को अपने गौरव का प्रतीक मानते । महाराष्ट्र में सरकार बदल गई है और कुछ लोग दंगा भडकाकर मुद्दे का राजनीतिकरण करना चाहते थे, लेकिन इस बार हमने राज्य सरकार के साथ मिलकर उनके इरादों को नाकाम कर दिया। इस पर और ज्यादा बताने से इनकार करते हए आंबेडकर ने कहा कि वह बाद में इस विषय पर बोलेंगे। अल्पसंख्यकों को नागरिकता देना भारत की नैतिक जिम्मेदारी : रेडडी। वाराणसी । केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी के किशन रेड्डी ने कहा कि पाकिस्तान हिन्दुओं और अन्य अल्पसंख्यकों को शरण और नागरिकता देना भारत की नैतिक जिम्मेदारी है। इन अल्पसंख्यकों को लगातार प्रताड़ित किया जाता रहा है। रेड्डी ने कहा अल्पसंख्यकों को नागरिकता देना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। अगर वे भारत नहीं आएंगे तो वे कहां जाएंगे इटली उन्होंने कहा कि इटली हिन्दुओं और सिखों को स्वीकार नहीं करेगा क्योंकि वे गरीब लोग । मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान में हिन्दू, सिख, ईसाई और जैनों का लगातार उत्पीड़न होने के कारण उनकी आबादी में काफी गिरावट आई है। तीन पड़ोसी देशों के गैर-मुसलमानों को आश्रय और नागरिकता देना भारत की नैतिक जिम्मेदारी है। मंत्री ने यह भी दावा किया कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को सीएए और जीएसटी के बीच कोई फर्क नहीं पता और इस वजह से वह कह रहे हैं कि नागरिकता कानून में हालिया बदलाव के बाद जीएसटी में बढ़ोतरी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि मैं राहुल गांधी से कहना चाहता हूं कि अगर उन्हें सीएए और जीएसटी के बीच का अंतर नहीं पता है तो उन्हें अच्छे शिक्षक से ट्यूशन लेना चाहिए। मंत्री ने विपक्ष पर ओछी राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे लोगों को गुमराह करके नागरिकता कानून में हालिया बदलाव के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए भड़का रहे हैं।
कुछ लोगों की मंशा दंगा भड़काने कीथी: आंबेडकर