तेहरान,एजेंसी। ईरान एयरलाइंस के नागरिक विमान ईरान ने मंगलवार को जनरल कासिम को निशाना बनाया था। इसमें 290 सुलेमानी की हत्या करने पर अमेरिका लोगों की मौत हुई थी। रूहानी ने की सभी सेनाओं को आतंकी घोषित अमेरिका की खिलाफत के लिए ट्वीट कर दिया। इसके बाद अब ईरान अपने में जिस 290 नंबर का जिक्र किया। क्षेत्र के आसपास मौजूद अमेरिकी वो इसी घटना से जुड़ा है। कुद्स सेना सेना पर कार्रवाई कर सकता है। के नए जनरल हुसैन सलामी ने कहा रूहानी ने यह भी कहा, जो लोग बार- ईरानी प्रदर्शनकारियों ने अमेरिकी कि शहीद होने के बाद जनरल कासिम बार 52 नंबर याद दिलाते हैं, उन्हें दूतावास पर हमला कर 52 सुलेमानी और ज्यादा ताकतवर हुए हैं। 290 नंबर भी याद रखना चाहिए। राजनयिकों को बंदी बना लिया था। दुश्मन ने उन्हें अन्यायपूर्ण तरीके से किसी को भी अमेरिका को धमकी उन्हें 444 दिन तक जेलों में रखा गया मारा। पश्चिमी एशिया से शैतानी नहीं देनी चाहिए। सुलेमानी को था। ट्रम्प ने हाल ही में इसका जिक्र ताकत का खात्मा शुरू ईरानी विदेश अमेरिका ने बगदाद एयरपोर्ट पर ड्रोन करते हुए ईरान के 52 ठिकानों को मंत्री आज ही सुलेमानी को सुपुर्दे हमले में मार गिराया था। क्या है नंबर निशाना बनाए जाने का जिक्र किया खाक भी किया जाना है। उनके जनाजे 52 और 290? दरअसल, 1979 में था। अमेरिकी वॉरशिप ने 1988 में में लाखों की संख्या में लोग जुटे
जनरल सुलेमानी की हत्या के लिए राष्ट्रपति रूहानी ने अमेरिकी सेनाओं को आतंकी घोषित किया