. नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के मद्देनजर डीएमआरसी ने दिल्ली में 7 मेट्रो स्टेशन बंद किए कर्नाटक में 21 दिसंबर तक धारा 144 लागू, कलबुर्गी जिले में 20 प्रदर्शनकारी हिरासत में लिए
देशभर में फैली नागरिकता कानून बिल की आग
नई दिल्ली,एजेंसी। नागरिकता कानून के विरोध में गुरुवार को वामदलों और मुस्लिम संगठनों ने कर्नाटक, बिहार समेत देश के अन्य राज्यों में बंद बुलाया। इस दौरान बिहार के पटना, दरभंगा समेत कई शहरों में माकपा कार्यकर्ताओं ने रेलवे ट्रैक जाम कर दिया। उधर, दिल्ली में धारा 144 के बावजूद प्रदर्शन करने वाले कई लोग हिरासत में लिए गए। डीएमआरसी ने एहतियातन राजधानी के 7 मेट्रो स्टेशन बंद कर दिए हैं। कर्नाटक में तीन दिन (21 दिसंबर रात तक) धारा 144 लागू रहेगी। बेंगलुरु में प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने इतिहासकार रामचंद्र गुहा को हिरासत में ले लियादिल्ली :- लालकिला के आसपास धारा 144 लगाई गई। इसके बावजूद भारी संख्या में प्रदर्शनकारी यहां जमा हो गए। पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लिया। प्रदर्शन के मद्देनजर डीएमआरसी ने पटेल चौक, लोक कल्याण मार्ग, उद्योग भवन, आईटीओ, प्रगति मैदान, खान मार्केट और केंद्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशन बंद किए। माकपा के प्रदर्शनकारियों को मंडी हाउस से जंतर मंतर ले जाया गया। पुलिस की बेरिकेडिंग के कारण दिल्ली-गुड़गांव एक्सप्रेसवे पर लंबा जाम लगा। जामिया और सीलमपुर में हिंसक प्रदर्शन के बाद पुलिस ने संवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च किया। बिहार:- नागरिकता कानून के खिलाफ बंद में प्रदेश के कई शहरों में प्रदर्शन हुआ। माकपा कार्यकर्ताओं ने पटना, दरभंगा और खगड़िया में ट्रेनें रोकी और हाईवे जाम कर दिए। बंद के मद्देनजर पटना जंक्शन, राजेंद्र नगर टर्मिनल समेत बिहार के सभी स्टेशनों पर सुरक्षा चाक-चौबंद है। पटना के सभी स्कूलों की छुट्टी कर दी गई। इस बंद को कांग्रेस, रालोसपा और अन्य दलों ने समर्थन दिया है। कर्नाटक:- कलबुर्गी में लेफ्ट और मुस्लिम संगठनों ने काले झंडे दिखाकर प्रदर्शन किया। पुलिस ने 20 लोगों को हिरासत में लिया। बेंगलुरु में प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने इतिहासकार रामचंद्र गुहा को हिरासत में लिया। राज्य में बंद के चलते पुलिस मुस्तैद है। बेंगलुरु, कलबुर्गी, दक्षिण कन्नड़ उसके आसपास के जिलों में अगले तीन दिन दिसंबर रात तक) धारा 144 लागू रहेगी। बीएस येदियुरप्पा ने कहा- इस प्रदर्शन और पीछे कांग्रेस का हाथ है। उनके नेता प्रदर्शन सपोर्ट कर रहे हैं। मुस्लिमों की जिम्मेदारी पर है। मैं सभी लोगों से शांति बनाए रखने अपील करता हूं। महाराष्ट्र :- मुंबई के अगस्त क्रांति मैदान में 4 बजे प्रदर्शन होगा। इसमें अभिनेत्री स्वरा भास्करअभिनेता फरहान अख्तर के शामिल होने है। इसके अलावा मालेगांव, नासिक, जलगांव मनमांड और अमरावती में भी बंद बुलाया इससे पहले मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधियों से चर्चा की। उन्होंने नागरिकता और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। उत्तर प्रदेश :- सुरक्षा के मद्देनजर सभी जिलों में 144 लागू कर दी गई है। एहतियातन 3 हजार को पाबंद किया गया है। पुलिस ने 65 लोगों गिरफ्तार किया है। लखनऊ में विधानसभा एक मेट्रो स्टेशन को बंद किया गया है।
मध्य प्रदेश में हाई अलर्ट, धारा 144 लागू, बिना अनुमति नहीं होंगे धरना प्रदर्शन
भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल समेत प्रदेश भर में मानव जीवन की सरक्षा, लोक शांति कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने तथा सामजिक समरसता बनाए रखने के उद्देश्य से कलेक्टरों धारा 144 के अंतर्गत जिले में प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किया धारा 144 लागू होने के बाद जिले आंदोलन, धरना प्रदर्शन नहीं पाएंगे। अशोकनगर में धारा 144 लागू किए जाने के बाद भारतीय युवा मोर्चा आंदोलन के लिए अड़ा हुआ है। मोर्चा का आरोप है उनके आंदोलन को दबाने के लिए प्रशासन ने धारा 144 लागू की दरअसल, देश भर में नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 लागू होने के बाद से विरोध प्रदर्शन रहे हैं। दिल्ली और अलीगढ़ में जगह हिंसा भी हुई जिसमें जानमाल नुकसाल पहुंचा था।
शीतलहर की चपेटामा में मध्य प्रदेश
नगर संवाददाता,भोपाल। कड़ाके की ठंड से कुछ राहत भी श्योपुरकलां जिलों में तीव्र शीतल उत्तरी भारत से आने वाली ठंडी मिली। मौसम विभाग के अनुसार, दिन तथा टीकमगढ़, बैतूलहवाओं ने पूरे मध्यप्रदेश को सागर संभाग तीव्र शीत लहर एवं खजुराहो, सतना एवं गुना में शीतल शीतलहर की चपेट में ले लिया है। शीतल दिन के प्रभाव में रहा। दिन रहा। उत्तर और उत्तर पश्चिम मप्र के 25 जिलों में तापमान 10 नरसिंहपुर, भोपाल, सागर, रतलाम, भारत के बाद, कोल्ड डे की स्थिति डिग्री से नीचे पहुंच गया है। इसमें राजगढ़, धार, शाजापुर, इंदौर, ने मध्य प्रदेश सहित मध्य भारत सबसे कम न्यूनतम तापमान दतिया उज्जैन दतिया, ग्वालियर एवं कुछ हिस्सों को भी जकड़ लिया 4.1 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। राजधानी भोपाल में न्यूनतम तापमान 8.2 डिग्री दर्ज किया गया। प्रदेश में छाया रहा कोहरा यह सामान्य से 2.8 डिग्री कम है। प्रदेश के विभिन्न भागों में मंगलवार रात से कड़ाके की ठंड पड़ रही है। इससे मौसम विभाग के अनुसार, जम्मू ठंड के साथ ही कोहरे का असर सुबह के समय देखा गया। सुबह कोहरे के कश्मीर और हिमाचल में हो रही कारण दृश्यता लगभग 100 मीटर ही थी, जो समय के साथ स्पष्ट होती बर्फबारी से ठंडी हवाएं आ रही हैं। गई। रात के तापमान में भी पारा काफी नीचे उतर गया। इसीलिए दिन और रात के तापमान विंड चिल रहेगी प्रभावी गिरावट दर्ज की गई है। विभाग ने अगले कुछ दिन यही स्थिति बने अगले 24 से 48 घंटों के दौरान मध्य भारत में न्यूनतम तापमान में और । रहने की संभावना व्यक्त की है। गिरावट आएगी, जिससे क्षेत्र के कुछ और हिस्सों में शीत लहर की स्थिति हालांकि, बुधवार को दिन में शुरू हो जाएगी। आने वाले दिनों में विंड चिल भी अधिक प्रभावी रहेगा। तापमान में कुछ बढ़ोतरी दर्ज की मध्यप्रदेश के कई क्षेत्रों में कोहरे की परत एक बड़े क्षेत्र तक फैल सकती है। गई।
निर्भया के दोषी पवन की याचिका पर फैसला आज, सुनवाई शुरू
नई दिल्ली । निर्भया सामूहिक बलात्कार और हत्या में दोषी पवन कुमार गुप्ता की याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट ने अपना फैसला बदल दिया है। दिल्ली हाईकोर्ट ने पवन की याचिका पर 24 जनवरी 2020 को सुनवाई करने की समय दिया थादिल्ली हाईकोर्ट ने अपने फैसले को बदलते हुए है कि निर्भया के दोषी पवन कुमार गुप्ता की याचिका पर आज ही सुनवाई होगीपवन ने फांसी की सजा से बचने के लिए याचिका दायर की कि वह 2012 में वारदात के समय नाबालिक जांच और ट्रायल के दौरान गलत तरीके से उम्र बताई गयी थी। इसी के खिलाफ पवन के वकील ने कोर्ट में याचिका दायर की थी।
नियमों को नजरंदाज कर करोडों का निवेश का आरोप ईओडब्ल्य ने दबोचा करोडों के तीन घोटालाबाजों को
भोपाल । सरकारी खजाने से करोड़ों के वारे-न्यारे करने वाले तीन घोटालेबाज अधिकारियों को आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) ने दबोच लिया है। इनमें राजधानी भोपाल की जिला केंद्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड के तीन तत्कालीन अधिकारियों में रमाशंकर विश्वकर्मा, अनिल भार्गव और सुभाष शर्मा शामिल है। अधिकारियों पर आरोप है कि इन्होंने नियमों को नजरअंदाज कर निजी बैंक व अधोसंरचना की कंपनियों संभावना नहीं है। जानकारी के मुताबिक जिला सहकारी बैंक लिमिटेड भोपाल के तत्कालीन संचालक रमाशंकर विश्वकर्मा (सहकारिता विभाग प्रतिनियुक्ति), शाखा प्रबंधकद्वय अनिल भार्गव शर्मा ने इंफ्रांस्टक्चर लीजिंग एंड फाइनेंशियल (आईएलएंडएफएस) की दो सहयोगी कंपनियों आईएलएफएस ट्रांसपोर्टेशन नेटवर्क लिमिटेड आईएलएफएस एजुकेशन एंड टेक्नोलॉजी
कमलनाथ सरकार के खिलाफ प्रदर्शन, भाजयुमो कार्यकर्ताओ पर वाटर केनन का उपयोग
राजनीतिक संवाददाता, इंदौर। भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार दोपहर को प्रदेश कमलनाथ सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। दरअसल, कांग्रेस सरकार के खिलाफ भाजयुमो कार्यकर्ताओ ने युवाओ के साथ वादा खिलाफी का आरोप लगाया। जिसके चलते भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं द्वारा गुरुवार को इंदौर कलेक्टर कार्यालय का घेराव कर प्रदर्शन करने का एलान कर दिया। पुलिस और कार्यकर्ता आमने गए। कलेक्टर गेट के पहले ही बेरिकेड्स लगाए हुए थे जहां कार्यकर्ताओ को पुलिस ने हटाने वाटर केनन का इस्तेमाल किया इसके कार्यकर्ता उग्र हो गए तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया। भाजयुमो मानना प्रदेश सरकार द्वारा रोजगार अन्य कई वादे युवाओ से लेकिन उन वादों को सरकार है। प्रदर्शन के दौरान मौके पुलिस बल तैनात किया गया बताया जा रहा है कि युवा मोर्चा को इस चम्मच लेकर उसे बजाया ताकि सरकार प्रदर्शन की अनुमति प्रशासन द्वारा नहीं की नींद खुल सके।
टैंकर संचालक पाण्डे व ड्राइवर फरहान पर रासुका
भोपाल । आपको सुनकर हैरानी होगी कि जिस दूध को आप सेहत बनाने के नाम पर पी आपकी सेहत को गंभीर बीमारी दे सकता है। दूध में तय मानक से दो गुना तक यूरिया मिलावट हो रही है। इसका खुलासा खाद्य एवं औषधि प्रशासन की ताजा जांच रिपोर्ट जाच में यूरिया की मात्रा तय सीमा (700 पीपीएम-पार्ट पर मिलियन) से भी ज्यादा मिली है। मालूम हो कि गत शनिवार को खाद्य अधिकारियों ने सांची दूध के टैंकर, कंटेनर में रखे दूध में रखी यूरिया के सैंपल लिए थे। जांच में तीनों असुरक्षित (मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक) पाए गए हैं। हालांकिफैट की मात्रा मानक के अनुसार मिली है। गड़बड़ी आरोप में कलेक्टर तरुण पिथौड़े ने टैंकर संचालक योगेन्द्र पाण्डे व ड्राइवर फरहान पर रासुका लगाया है। बीते शनिवार - क्राइम ब्रांच की टीम ने औबेदुल्लांगज के पास सांची दूध एक रात 7 बजे के करीब पकड़ा था। भोपाल की तरफ आ रहा यह टैंकर एक पास खड़ा था। इससे दूध निकालकर जमीन पर रखे कंटेनरों में भरा जा रहा था। पुलिस कंटेनर व टैंकर जब्त किया था। मौके से एक बोरी में यूरिया मिला था। खाद्य सुरक्षा अधिकारियों यूरिया के अलावा कंटेनर व टैंकर में भरे दूध के सैंपल लिए थे। जांच रिपोर्ट में तीनों यूरिया की पुष्टि हुई है।इस बारे में खाद्य एवं औषधि प्रशासन के संयुक्त नियंत्रक डीके कहना है कि तीनों सैंपल असुरक्षित पाए गए हैं।
शीतकालीन सत्र किसानों पर चर्चा के बीच 5 मिनट के लिए कार्यवाही स्थगित
शिवराज ने कहा-किसानों के साथ अन्याय हो रहा, किसानों के साथ अन्याय हुआ तो ध्यान आकृष्ट कराएं : कमलनाथ
राजनीतिक संवाददाता,भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में गुरुवार को राज्य अतिवृष्टि और इससे फसलों को हुए के मामले को लेकर मुख्य विपक्षी भाजपा के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्थगित पड़ी। प्रश्नकाल के दौरान विधायक वर्मा ने यह मामला उठाते हुए पूरक पूछे। राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत अपने जवाब में कहा कि सरकार ने को पहुंची क्षति का आकलन है और मुआवजा भी वितरित किया है। किसानों के मुद्दे पर विपक्ष ने को घेरा। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज कहा इस सरकार में किसानों के अन्याय हो रहा है। किसानों के बोनस लेकर भी भाजपा विधायकों ने हंगामा इस पर मुख्यमंत्री को कमलनाथ ने नरोत्तम मिश्रा और सीएम के बीच नोंकझोंक गुरुवार को शून्यकाल के दौरान नरोत्तम मिश्रा और सीएम कमलनाथ के बीच नोंकझोंक हुई। इस पर कमलनाथ ने कहा कि सरकार चलाने और मुंह चलाने होता है। हम सरकार चला रहे हैं और आप लोग केवल मुंह चला रहे हैं। इससे भाजपा विधायक एरेन पहनकर विधानसभा पहंचे और गेट पर जमकर नारेबाजी पर युवाओं को बेरोजगारी भत्ता नहीं मिलने और किसानों से जुड़ी अन्य समस्याओं लेकर नारे लिखे हुए थे। सात दिन के सत्र में इस बार 2125 लिखित सात दिन के विधानसभा सत्र में इस बार 2125 लिखित प्रश्नों के जरिए विभिन्न विधायकों द्वारा मुद्दे उठाए गए हैं। विधानसभा सचिवालय को अभी तक शासकीय की पांच सूचनाएं पहुंची हैं, जबकि 300 ध्यानाकर्षण, 20 स्थगन प्रस्ताव, रहा है तो हमारा ध्यान आकृष्ट कराईए। साथ ही प्रभावित किसानों को अभी तक संकल्प, 93 शून्यकाल की सूचनाओं के माध्यम से भी प्रदेश के विभिन्न विषयों विधायक अपनी बात रखेंगे। विपक्ष के नेता गोपाल भार्गव और वरिष्ठ मुआवजा भी नहीं दिया गया है। डॉ मिश्रा ने भाजपा विधायक डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मुआवजे के लिए बजट में के अलावा उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी प्रजापति ने सभी से शांत आरोप लगाया कि फसलों को पहुंची क्षति धनराशि का भी प्रावधान नहीं किया गया है। और अन्य ने एक साथ बोलना शुरू कर किया। इसका कोई असर का आकलन नहीं किया गया है।